Thursday, 1 June 2023

क्यों होती हैं रातें

जब भी लिखा, रात की पढ़ाई के कोटे को आधा या पूरा का पूरा करके लिखा। 2 बज गए, सुबह 5 बजे उठकर तैयार होकर 6 बजे तक कॉलेज के लिए निकल जाना था, पेपर ठीक 7:30 में शुरू हो जाते हैं। सो सोचा कि अब सोने की कोशिश की जाए, मालूम है की बमुश्किल 2 या 2.5 घंटे की नींद ही नसीब होती पर मन को तसल्ली रहती की 3 घंटा पहले सोने चले गए थे। दैट शूल्ड डू। पर सर को बिस्तर पर रखते ही, तन की सारी...