उन क़िस्सों से जब
थक जाओगे
लौट इस दर पर आना तुम|
बातें करनी सीख ली
होंगी
तो दिल का हाल सुनाना
तुम|
क्या-क्या खोया क्या
है पाया
सब मुझको बतलाना तुम|
गर इश्क़ किया था सच्चा हमसे
तो फिर से छोड़ ना
जाना तुम|
बीते बिसरी बातों को
बस
लबों पर ना ले आना
तुम|
ख्वाबों मे गुम हो
जाने का
वो तरीका मत अपनाना तुम|
आँखों मे आँखें डाले
शिकवे सारे बिसराना
तुम
अल्हड़ सूरज भी छुप
जाए जो
तो दिल मे चाँद जलाना
तुम|
जो सीखा होगा इन सालों मे,
वो बात पते की बतलाना तुम|
यादों की उन फुलझरियों से,
दिल की चिंगारी जलाना तुम|
जो सीखा होगा इन सालों मे,
वो बात पते की बतलाना तुम|
यादों की उन फुलझरियों से,
दिल की चिंगारी जलाना तुम|
इन क़िस्सों से जब थक जाओगे
लौट इस दर पर आना तुम|
बातें करनी सीख ली होंगी
तो दिल का हाल सुनाना तुम|
very good. keep it up.
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